Category: बच्चों का पोषण

9 माह के बच्चे का baby food chart - Indian Baby Food Recipe

By: Salan Khalkho | 8 min read

9 महीने के बच्चों की आहार सारणी (9 month Indian baby food chart) - 9 महीने के अधिकतर बच्चे इतने बड़े हो जाते हैं की वो पिसे हुए आहार (puree) को बंद कर mashed (मसला हुआ) आहार ग्रहण कर सके। नौ माह का बच्चा आसानी से कई प्रकार के आहार आराम से ग्रहण कर सकता है। इसके साथ ही अब वो दिन में तीन आहार ग्रहण करने लायक भी हो गया है। संतुलित आहार चार्ट

9 माह के बच्चे का baby food chart - Indian Baby Food Recipe

अब जब आपका बच्चा 9 महीने का हो चुका है तो अब आप उसको कई प्रकार के आहार दे सकती हैं। ऐसे बहुत से आहार जो आप पुरे घर के लिए बनाती हैं और जिसमे नमक और मसाला कम हो - आप अब वो आहार भी अपने 9 month old baby को दे सकती हैं। 

शिशु आहार सारणी (9 month Indian baby food chart) की सहायता से आप अपने बच्चे का meal plan कर सकती हैं। नौ माह का बच्चा आसानी से कई प्रकार के आहार आराम से ग्रहण कर सकता है। इसके साथ ही अब वो दिन में तीन आहार ग्रहण करने लायक भी हो गया है। 

माँ का दूध और formula milk में fat और nutrients होता हैं जो बच्चे के विकास के लिए पहले साल बहुत जरुरी है। ठोस आहार के साथ बच्चे को पहले साल माँ का दूध और formula मिल्क भी दिया जाना चाहिए।

नौ महीने पुरे होने पे आप अपने बच्चे को non-vegetarian आहार भी दे सकते हैं जैसे की अंडा पिली जर्दी के साथ, chicken, और मछली। 

अंडे के पिली जर्दी में cholesterol होता है जो बड़ों की सेहत के लिए अच्छा नहीं है। मगर बच्चों के लिए ये फायदेमंद है। बच्चों को नया आहार देते वक्त तीन दिवसीय नियमों का पालन करें। 

बच्चों को रोटी या पराठा देते वक्त उसको छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ दें। हालाँकि बच्चे हर तरह के आहार ग्रहण कर सकते हैं, फिर भी आप उन्हें आहार देते वक्त ख्याल रखें की आहार अच्छी तरह पका हुआ हो और नरम हो। 

 

9 महीने के बच्चों का आहार सारणी (9 month Indian baby food chart) 

9 month old baby food chart

आहार तालिका को बड़ा करने के लिए click करें - संतुलित आहार चार्ट

Download - 9 माह के बच्चे का शिशु आहार - 9 month baby food chart (Indian Baby Food Chart/Recipe) in Hindi [PDF]

9 महीने के बच्चे को आप finger foods दे सकते हैं। लेकिन अगर आप को लगे की अभी आप का बच्चा finger foods के लिए तैयार नहीं है तो कुछ सप्ताह और इंतजार कर लें। 9 महीने से लेकर 12 महीने तक का समय सबसे उपयुक्त समय होता है बच्चों को finger foods देने का और उनमें आहार से सम्बंधित अच्छी आदतें डालने का। 

यह भी पढ़ें:

9 महीने के बच्चे को आप finger foods

आहार से सम्बंधित जानकारी 9 महीने के बच्चों के लिए 

  1. यह समय है जब बच्चों को आप तरह-तरह के आहारों का स्वाद चखा सकते हैं
  2. 9 महीने के अधिकतर बच्चे इतने बड़े हो जाते हैं की वो पिसे हुए आहार (puree) को बंद कर mashed (मसला हुआ) आहार ग्रहण कर सके। बच्चों को नरम finger foods दें। अगर finger foods सख्त है तो बच्चों के गले में फसने का दर रहेगा। 
  3. आप बच्चे को बेहिचक वो सब खाने को दे सकते हैं जो आप घर के बाकी सदस्यों के लिए पकाते हैं।

Important Note: यहाँ दी गयी जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्‍तविकता सुनिश्‍चित करने का हर सम्‍भव प्रयास किया गया है । यहाँ सभी सामग्री केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि यहाँ दिए गए किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्‍सक से अवश्‍य संपर्क करें। आपका चिकित्‍सक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्‍प नहीं है। अगर यहाँ दिए गए किसी उपाय के इस्तेमाल से आपको कोई स्वास्थ्य हानि या किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो kidhealthcenter.com की कोई भी नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती है।

बच्चे-के-पुरे-शरीर-पे-बाल
बच्चों-की-परवरिश
टीके-के-नुकसान
बच्चे-को-आहार
बच्चों-की-साफ-सफाई
6-महीने-से-पहले-बच्चे-को-पानी-पिलाना-है-खतरनाक
बच्चे-के-मेमोरी-को-बूस्ट-करने-का-बेस्ट-तरीका
ठोस-आहार-के-लिए-वस्तुएं
बेबी-फ़ूड-खरीदते-वक्त-बरतें-सावधानियां
6-महीने-के-बच्चे-का-आहार
बच्चों-की-online-सुरक्षा
प्रेम-और-सहनशीलता
बच्चों-को-सिखाएं-नैतिक-मूल्यों-के-महत्व
नव-भारत-की-नई-सुबह
Sex-Education
बारिश-में-शिशुओं-का-स्वस्थ्य
बच्चे-के-साथ-यौन-शोषण
बाल-यौन-शोषण
बच्चों-को-दें-अच्छे-संस्कार-
6-माह-से-पहले-ठोस-आहार
3-years-baby-food-chart-in-Hindi
7-month-के-बच्चे-का-baby-food
8-month-baby-food
घर-पे-त्यार-बच्चों-का-आहार
3-महीने-का-बच्चे-की-देख-भाल-कैसे-करें
बच्चों-का-दिनचर्या
5-महीने-का-बच्चे-की-देख-भाल-कैसे-करें
सब्जियों-का-puree---baby-food
तीन-दिवसीय-नियम
सूजी-का-हलवा

Most Read

गर्भ-में-लड़का-होने-के-लक्षण-इन-हिंदी
बच्चे-का-वजन
टीकाकरण-चार्ट-2018
शिशु-का-वजन-बढ़ाएं
बच्चों-में-यूरिन
बच्चों-को-गोरा-करने-का-तरीका-
कई-दिनों-से-जुकाम
खांसी-की-अचूक-दवा
बंद-नाक
balgam-wali-khansi-ka-desi-ilaj
sardi-jukam
सर्दी-जुकाम-की-दवा
बच्चे-की-भूख-बढ़ाने-के-घरेलू-नुस्खे

Other Articles

क्या UHT Milk को उबालने की आवश्यकता है?
क्या-UHT-Milk-को-उबालने-की-आवश्यकता-है UHT Milk एक विशेष प्रकार का दूध है जिसमें किसी प्रकार के जीवाणु या विषाणु नहीं पाए जाते हैं - इसी वजह से इन्हें इस्तेमाल करने से पहले उबालने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। दूध में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले दूध के सभी पोषक तत्व विद्यमान रहते हैं। यानी कि UHT Milk दूध पीने से आपको उतना ही फायदा प्राप्त होता है जितना कि गाय के ताजे दूध को पीने से। यह दूध जिस डब्बे में पैक करके आता है - आप इसे सीधा उस डब्बे से ही पी सकते हैं।
Read More...

UHT Milk शिशु को एक्जिमा से बचाता है
UHT-Milk-शिशु-को-एक्जिमा-से-बचाता-है अगर आप के शिशु को गाए के दूध से एक्जिमा होता है मगर UTH milk या फार्मूला दूध देने पे उसे एक्जिमा नहीं होता है तो इसकी वजह है गाए के दूध में पाई जाने वाली विशेष प्रकार की प्रोटीन जिससे शिशु के शारीर में एलर्जी जैसी प्रतिक्रिया होती है।
Read More...

मिसकैरेज क्यों होता है? लक्षण, कारण और बचाव
मिसकैरेज---लक्षण,-कारण-और-बचाव मुख्यता दस कारणों से मिसकैरेज (गर्भपात) होता है। अगर इनसे बच गए तो मिसकैरेज नहीं होगा। जाने की मिसकैरेज से बचाव के लिए आप को क्या करना और क्या खाना चाहिए। यह भी जाने की मिसकैरेज के बाद फिर से सुरक्षित गर्भधारण करने के लिए आप को क्या करना चाहिए और मिसकैरेज के बाद गर्भधारण कितना सुरक्षित है?
Read More...

EASY TIPS - बच्चे के अंगूठा चूसने की आदत को कैसे छुडवायें
अंगूठा-चूसने-से-शिशु-के-दांत-ख़राब जी हाँ! अंगूठा चूसने से बच्चों के दांत ख़राब हो जाते हैं और नया निकलने वाला स्थयी दांत भी ख़राब निकलता है। मगर थोड़ी सावधानी और थोड़ी सूझ-बूझ के साथ आप अपने बच्चे की अंगूठा चूसने की आदत को ख़त्म कर सकती हैं। इस लेख में जानिए की अंगूठा चूसने के आप के बच्चों की दातों पे क्या-क्या बुरा प्रभाव पडेग और आप अपने बच्चे के दांत चूसने की आदत को किस तरह से समाप्त कर सकती हैं। अंगूठा चूसने की आदत छुड़ाने के बताये गए सभी तरीके आसन और घरेलु तरीके हैं।
Read More...

बढ़ते बच्चों के लिए 7 महत्वपूर्ण पोष्टिक आहार
बढ़ते-बच्चों-के-लिए-पोष्टिक-आहार 12 साल तक की उम्र तक बच्चे बहुत तेजी से बढ़ते हैं और इस दौरान शिशु को सही आहार मिलना बहुत आवश्यक है। शिशु के दिमाग का विकास 8 साल तक की उम्र तक लगभग पूर्ण हो जाता है तथा 12 साल तक की उम्र तक शारीरिक विकास बहुत तेजी से होता है। इस दौरान शरीर में अनेक प्रकार के बदलाव आते हैं जिन्हें सहयोग करने के लिए अनेक प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता पड़ती है।
Read More...

सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल के 10 तरीके
सिजेरियन-डिलीवरी-के-बाद-देखभाल-के-10-तरीके शिशु का जन्म पूरे घर को खुशियों से भर देता है। मां के लिए तो यह एक जादुई अनुभव होता है क्योंकि 9 महीने बाद मां पहली बार अपने गर्भ में पल रहे शिशु को अपनी आंखों से देखती है।
Read More...

सिजेरियन डिलीवरी के बाद माँ को क्या खाना चाहिए (Diet After Pregnancy)
डिलीवरी-के-बाद-आहार बच्चे के जन्म के बाद माँ को ऐसे आहार खाने चाहिए जो माँ को शारीरिक शक्ति प्रदान करे, स्तनपान के लिए आवश्यक मात्र में दूध का उत्पादन में सहायता। लेकिन आहार ऐसे भी ना हो जो माँ के वजन को बढ़ाये बल्कि गर्भावस्था के कारण बढे हुए वजन को कम करे और सिजेरियन ऑपरेशन की वजह से लटके हुए पेट को घटाए। तो क्या होना चाहिए आप के Diet After Pregnancy!
Read More...

क्योँ देर से बोलते हैं कुछ बच्चे - आसान घरेलु उपचार
-देर-से-बोलते-हैं-कुछ-बच्चे सभी बचों का विकास दर एक सामान नहीं होता है। यही वजह है की जहाँ कुछ बच्चे ढाई साल का होते होते बहुत बोलना शुरू कर देते हैं, वहीँ कुछ बच्चे बोलने मैं बहुत समय लेते हैं। इसका मतलब ये नहीं है की जो बच्चे बोलने में ज्यादा समय लेते हैं वो दिमागी रूप से कमजोर हैं, बल्कि इसका मतलब सिर्फ इतना है की उन्हें शारीरिक रूप से तयार होने में थोड़े और समय की जरूरत है और फिर आप का भी बच्चा दुसरे बच्चों की तरह हर प्रकार की छमता में सामान्य हो जायेगा।आप शिशु के बोलने की प्रक्रिया को आसन घरेलु उपचार के दुवारा तेज़ कर सकती हैं।
Read More...

क्योँ जन्म के बाद नवजात शिशु का वजन घट गया?
शिशु-का-वजन-घटना शिशु का वजन जन्म के 48 घंटों के भीतर 8 से 10 प्रतिशत तक घटता है। यह एक नार्मल से बात है और सभी नवजात शिशु के साथ होता है। जन्म के समय शिशु के शरीर में अतिरिक्त द्रव (extra fluid) होता है - जो शिशु के जन्म के कुछ दिनों के अंदर तेज़ी से बहार आता है और शिशु का वजन कम हो जाता है। लेकिन कुछ ही दिनों के अंदर फिर से शिशु का वजन अपने जन्म के वजन के बराबर हो जायेगा और फिर बढ़ता ही जायेगा।
Read More...

5 आसान बंद नाक और जुकाम के घरेलू उपाय
जुकाम-के-घरेलू-उपाय शिशु में जुखाम और फ्लू का कारण है विषाणु (virus) का संक्रमण। इसका मतलब शिशु को एंटीबायोटिक देने का कोई फायदा नहीं है। शिशु में सर्दी, जुखाम और फ्लू के लक्षणों में आप अपने बच्चे का इलाज घर पे ही कर सकती हैं। सर्दी, जुखाम और फ्लू के इन लक्षणों में अपने बच्चे को डॉक्टर को दिखाएं।
Read More...

बच्चों का भाप (स्‍टीम) के दुवारा कफ निकालने के उपाय
कफ-निकालने-के-उपाय बच्चों का भाप (स्‍टीम) के दुवारा कफ निकालने के उपाय करने के दौरान भाप (स्‍टीम) जब शिशु साँस दुवारा अंदर लेता है तो उसके छाती में जमे कफ (mucus) के कारण जो जकड़न है वो ढीला पड़ जाता है। भाप (स्‍टीम) एक बहुत ही प्राकृतिक तरीका शिशु को सर्दी और जुकाम (colds, chest congestion and sinusitus) में रहत पहुँचाने का। बच्चों का भाप (स्‍टीम) के दुवारा कफ निकालने के उपाय
Read More...

क्योँ कुछ बच्चे कभी बीमार नहीं पड़ते
बच्चे-बीमार क्या आप के पड़ोस में कोई ऐसा बच्चा है जो कभी बीमार नहीं पड़ता है? आप शायद सोच रही होंगी की उसके माँ-बाप को कुछ पता है जो आप को नहीं पता है। सच बात तो ये है की अगर आप केवल सात बातों का ख्याल रखें तो आप के भी बच्चों के बीमार पड़ने की सम्भावना बहुत कम हो जाएगी।
Read More...

6 TIPS: बच्चे के लिए बेस्ट स्कूल इस तरह चुने
best-school-2018 अगर आप अपने बच्चे के लिए best school की तलाश कर रहें हैं तो आप को इन छह बिन्दुओं का धयान रखना है| 2018, अप्रैल महीने में जब बच्चे अपना एग्जाम दे कर फ्री होते हैं तो एक आम माँ-बाप की चिंता शुरू होती है की ऐसे स्कूल की तलाश करें जो हर मायने में उनके बच्चे के लिए उपयुक्त हो और उनके बच्चे के सुन्दर भविष्य को सवारने में सक्षम हो और जो आपके बजट के अंदर भी हो| Best school in India 2018.
Read More...

पपीते का प्यूरी बनाने की विधि - शिशु आहार
पपीते-का-प्यूरी पपीते में मौजूद enzymes पाचन के लिए बहुत अच्छा है। अगर आप के बच्चे को कब्ज या पेट से सम्बंधित परेशानी है तो पपीते का प्यूरी सबसे बढ़िया विकल्प है। Baby Food, 7 से 8 माह के बच्चों के लिए शिशु आहार
Read More...

बच्चों को बचाये एलेर्जी से भोजन के तीन दिवसीय नियम
तीन-दिवसीय-नियम तीन दिवसीय नियम का सीधा सीधा मतलब यह है की जब भी आप आपने बच्चे को कोई नया आहार देना प्रारम्भ कर रहे हैं तो तीन दिन तक एक ही आहार दें। अगर बच्चे मैं food allergic reaction के कोई निशान न दिखे तो समझिये की आप का बच्चा उस नए आहार से सुरक्षित है
Read More...

इन चीज़ों की आवशकता पड़ेगी आपको बच्चे में ठोस आहार की शुरुआत करते वक्त
ठोस-आहार-के-लिए-वस्तुएं 6 महीने की उम्र में आप का बच्चा तैयार हो जाता है ठोस आहार के लिए| ऐसे मैं आप को Indian baby food बनाने के लिए तथा बच्चे को ठोस आहार खिलाने के लिए सही वस्तुओं की आवश्यकता पड़ेगी| जानिए आपको किन-किन वस्तुओं की आवश्यकता पड़ेगी अपने बच्चे को ठोस आहार खिलाने में|
Read More...

बच्चों का लम्बाई बढ़ाने का आसान घरेलु उपाय
बच्चों-का-लम्बाई अगर आप यह चाहते है की आप का बच्चा भी बड़ा होकर एक आकर्षक व्यक्तित्व का स्वामी बने तो इसके लिए आपको अपने बच्चे के खान - पान और रहन - सहन का ध्यान रखना होगा।
Read More...

कागज का खूबसूरत मोमबत्ती स्टैंड
कागज-का-खूबसूरत-मोमबत्ती-स्टैंड अकॉर्डियन पेपर फोल्डिंग तकनीक से बनाइये घर पे खूबसूरत सा मोमबत्ती स्टैंड| बनाने में आसान और झट पट तैयार, यह मोमबत्ती स्टैंड आप के बच्चो को भी बेहद पसंद आएगा और इसे स्कूल प्रोजेक्ट की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है|
Read More...

सांवले बच्चे को कैसे बनाएं गोरा
गोरा-बच्चा कौन नहीं चाहता की उनका शिशु गोरा हो! अगर आप भी यही चाहते हैं तो कुछ घरेलु नुस्खे हैं जिनकी सहायता से आप के शिशु की त्वचा गोरी और निखरी बन सकती है। जानिए की आप सांवले बच्चे को कैसे बनाएं गोरा
Read More...

Copyright: Kidhealthcenter.com