Category: Baby food Recipes

मछली और गाजर की प्यूरी बनाने की विधि - शिशु आहार

By: Salan Khalkho | 3 min read

मछली में omega-3 fatty acids होता है जो बढ़ते बच्चे के दिमाग के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है| ये बच्चे के nervous system को भी मजबूत बनता है| मछली में प्रोटीन भी भरपूर होता है जो बच्चे के मांसपेशियोँ के बनने में मदद करता है और बच्चे को तंदरुस्त और मजबूत बनता है|शिशु आहार - baby food

मछली और गाजर की प्यूरी शिशु आहार baby food


इस शिशु आहार का स्वाद में कोई जवाब नहीं - मगर सवाद के साथ-साथ ये दिमाग के विकास के लिए एक बहुत ही बेहतरीन शिशु आहार है। इस शिशु आहार को बच्चे को तब दें जब बच्चा 9 to 12 Months का हो जाये। मछली में omega-3 fatty acids पाया जाता है जो बच्चे के central nervous system के विकास अच्छा है। गाजर में ढेर सारा antioxidant होता है। अभी जब बच्चा बहुत ही तीव्र गति से विकास कर रहा है तब उसे बहुत सरे पोषक तत्वों की आवश्यकता है। ये आहार बच्चे की उस आवश्यकता को पूरी करता है।   

 

मछली और गाजर की प्यूरी  से सम्बंधित जरुरी जानकारी:

  • बच्चे का उम्र: 9 से 12 माह के बच्चों के लिए
  • पौष्टिक तत्त्व:  Omega-3 fatty acids, protein, Antioxidant , carotenes, विटामिन C and फ्लवोनोइड्स, विटामिन्स B, फोलेट,  pantothenic acid, पोटैशियम, कॉपर, और मैग्नीशियम और फाइबर
  • सावधानी बरतें: जब तक बच्चा 9 month का न हो जाये तब तक न दें   

सामग्री (Ingredient)

  • 1 माध्यम आकर की मछली 
  • 3 गाजर
  • 1 हरा प्याज़ (leek, spring onion)
  • 1/2 कप पानी (आप चाहें तो दूध का भी इस्तेमाल कर सकते हैं)

मछली और गाजर की प्यूरी बनाने की विधि

  1. एक सॉसपैन में थोड़ा सा पानी ले लें और उसे माध्यम आंच पे उबालें। 
  2. सॉसपैन के ऊपर बास्केट (steamer basket) रखें, इसमें मछली, गाजर और हरा प्याज़ डाल कर पंद्रह मिनट तक भाप में पकने दें। इस दौरान सॉसपैन को एक ढकन से ढाक दें। 
  3. जब ये पाक जाये तब, आंच बंद कर दें और ठंडा होने के लिए छोड़ दें। 
  4. सारी सामग्री को मिक्सी या blender में डाल कर बारीक़ पीस लें। 
  5. इसमें जरुरत के अनुसार पानी डाल कर इसके गाहड़ा या पतला कर लें। 

शिशु और छोटे बच्चों के लिए मछली बहुत ही बेहतरीन आहार है। अगर हो से तो बच्चों को सप्ताह में एक बार मछली देना अच्छा रहता है। 

मछली में omega-3 fatty acids होता है जो बढ़ते बच्चे के दिमाग के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ये बच्चे के nervous system को भी मजबूत बनता है। मछली में प्रोटीन भी भरपूर होता है जो बच्चे के मांसपेशियोँ के बनने में मदद करता है और बच्चे को तंदरुस्त और मजबूत बनता है। 

मछली से बच्चों/शिशु को होने वाले फायदे

  • ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है
  • दृष्टि को बेहतर बनता है
  • बच्चे के मिजाज को खुशहाल बनता है
  • प्रतिरोधक छमता को मजबूत बनता है
  • Eczema से बचाव में सहायक 
  • बौद्धिक छमता का विकास करता है
  • बच्चे के नींद को बेहतर बनता है 

शिशु आहार में मछली इस्तेमाल (include) करने का सबसे बेहतरीन तरीका है की बच्चे को आहार में मछली थोड़ा थोड़ा देना प्रारम्भ करें। एक बार जब आप का बच्चा मछली के महक और स्वाद से अभ्यस्त हो जाये तब आप मछली से बने आहार की पूरी मात्रा बच्चे को दे सकते हैं। 

Important Note: यहाँ दी गयी जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्‍तविकता सुनिश्‍चित करने का हर सम्‍भव प्रयास किया गया है । यहाँ सभी सामग्री केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि यहाँ दिए गए किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्‍सक से अवश्‍य संपर्क करें। आपका चिकित्‍सक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्‍प नहीं है। अगर यहाँ दिए गए किसी उपाय के इस्तेमाल से आपको कोई स्वास्थ्य हानि या किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो kidhealthcenter.com की कोई भी नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती है।

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