Category: शिशु रोग

बच्चों में बाइपोलर डिसऑर्डर क्या हैं - लक्षण और बचाव

By: Admin | 8 min read

अगर बच्चे में उन्माद या अवसाद की स्थिति बहुत लंबे समय तक बनी रहती है या कई दिनों तक बनी रहती है तो हो सकता है कि बच्चा बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) इस समस्या से पीड़ित है। कुछ दुर्लभ घटनाओं में बच्चे में उन्माद और अवसाद दोनों के लक्षण एक ही वक्त में तेजी से बदलते हुए देखने को मिल सकते हैं।

बच्चों में बाइपोलर डिसऑर्डर क्या हैं - लक्षण और बचाव

बच्चों में बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) का तक करना बहुत ही मुश्किल काम है।  बच्चे में 

बच्चों में बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) के लक्षणों  की पहचान आप इस बात से कर सकते हैं कि उनमें उन्माद या अवसाद की स्थिति कितने दिनों से है। 

अगर बच्चे में उन्माद या अवसाद की स्थिति  बहुत लंबे समय तक बनी रहती है या कई दिनों तक बनी रहती है तो हो सकता है कि बच्चा बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) इस समस्या से पीड़ित है। 

इस लेख में:

  1. मिश्रित प्रकरण या चक्र
  2. बाइपोलर डिसऑर्डर के  चिकित्सीय जांच की आवश्यकता
  3. उन्माद के लक्षण
  4. उन्माद के कारण शिशु के व्यवहार में अचानक से परिवर्तन
  5. अवसाद के लक्षण
  6. अवसाद के कारण व्यवहार में परिवर्तन
  7. बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) का कारण 

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मिश्रित प्रकरण या चक्र

कुछ दुर्लभ घटनाओं में बच्चे में उन्माद और अवसाद दोनों के लक्षण एक ही वक्त में  तेजी से बदलते हुए देखने को मिल सकते हैं। बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)  कि इस अवस्था को मिश्रित प्रकरण या चक्र कहा जाता है।

इस लेख में हम चर्चा करने जा रहे हैं कि बच्चे में आप किस तरह से बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)  के लक्षणों की पहचान कर सकते हैं। 

 

बाइपोलर डिसऑर्डर के  चिकित्सीय जांच की आवश्यकता 

पढ़ते वक्त इस बात का ध्यान रखिएगा की सभी छोटे बच्चों के व्यवहार में पल-पल में परिवर्तन आता है।  इस प्रकार का परिवर्तन बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) का मुख्य लक्षण है। इसका मतलब यह नहीं कि सभी बच्चे बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)  से  पीड़ित हैं।  

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मस्तिष्क विकार, व्यवहार में बदलाव, बाइपोलर डिसऑर्डर

इन लक्षणों के द्वारा आप बच्चे में बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)  की संभावना को देख सकते हैं।लेकिन केवल एक प्रशिक्षित विशेषज्ञ ही चिकित्सीय जांच के द्वारा यह निर्धारित कर सकता है कि बच्चे को बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)  है या नहीं। इसीलिए अगर आप को यह लगता है की आप का बच्चा बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) से पीड़ित है तो आपको उसकी चिकित्सीय जाँच कराने की आवश्यकता है।

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अवसाद, उन्माद, हाइपोमेनिया, सायकोसिस

बच्चों में बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)  के आम लक्षण: 

उन्माद के लक्षण 

बच्चों में उन्माद होना आम बात है।  लेकिन कई बार उन्माद की स्थिति बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)  की तरफ इशारा करती हैं:

  1.  अनावश्यक रुप से अगर शिशु अत्यंत लंबे समय तक प्रसन्नता वाले मनोस्थिति में रहता है
  2.  या काफी लंबे समय तक चिड़चिड़ेपन वाले सिटी में रहता है

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मिजाज में बदलाव, Bipolar Disorder rog

उन्माद के कारण शिशु के व्यवहार में अचानक से परिवर्तन

बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) से पीड़ित बच्चों मैं ऐसे व्यवहार आपको देखने को मिल सकते हैं जो अन्य बच्चों में सामान्य रूप से ना देखें।

  1. बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) के शिकार कुछ बच्चे अत्यंत तेज गति से बोलने की कोशिश करते हैं। 
  2. बच्चों के विचार में तेजी से परिवर्तन भी हो सकता है। उदाहरण के लिए एक पल में उन्हें कोई वस्तु अच्छी लग सकती है तो दूसरे ही पल उसे कोई दूसरी वस्तु अच्छी लग सकती है। 
  3.  इनमें ADHD  से मिलते जुलते लक्षण भी पाए जाते हैं।  उदाहरण के लिए ADHD  से प्रभावित बच्चों की तरह इनका भी ध्यान आसानी से बंट जाता है। 
  4. इन बच्चों में ऊर्जा का भंडार होता है। आप इन्हें एक ही पल में कई प्रकार की गतिविधियों में संलिप्त पाएंगी। आप इन्हें हर वक़्त नई योजनाओं पर कार्य करता हुआ पाएंगी।
  5. इन बच्चों का अत्यधिक बेचैन होना स्वाभाविक है। 
  6.  अत्यधिक क्रियाशीलता के कारण कई बार उन्हें पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं मिल पाता है।  यह भी हो सकता है कि इस वजह से यह कई दिनों तक पूरी नींद ना सो पाए। लेकिन फिर भी आप इन्हें कभी थका हुआ नहीं पाएंगी। 
  7.  इन बच्चों में अपनी क्षमताओं  पर अत्यधिक विश्वास होता है।  यह कहना ज्यादा उपयुक्त होगा कि इन्हें अपनी क्षमताओं में अवास्तविक रुप से विश्वास होता है। 
  8. यह बच्चे अपने तीव्र मनोभावों के प्रभाव में  वह वार करते हैं।
  9.  यह बच्चे अत्यधिक खतरे वाले खेलों  और मौज मस्ती वाले कार्यों में बहुत रुचि दिखाते हैं। 

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Bipolar Disorder ke lakshan aur karan

अवसाद के लक्षण

जिस प्रकार की यह बच्चे लंबे समय तक यह काफी दिनों तक उन्माद वाली स्थिति में होते हैं उसी प्रकार से कई बार यह बच्चे काफी लंबे समय तक या कई दिनों तक अवसाद की भी स्थिति में होते हैं।  हम आपको इन बच्चों में अवसाद के ऐसे लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जो शिशु में बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)  के होने की ओर संकेत करते हैं: 

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Bipolar Disorder ke lakshan in hindi

अवसाद के कारण व्यवहार में परिवर्तन

जब ये बच्चे अवसाद की मनोदशा से गुजर रहे होते हैं तब आप इन्हें अत्यंत लंबे समय तक उदास और निराशा की स्थिति में पाएंगे 

  1. किसी भी एक कार्य में इन्हें ध्यान लगाने में बहुत दिक्कत होती है
  2. इन्हें याद रखने में भी बहुत मुश्किलें होती हैं
  3. पल-पल मिजाज बदलने के कारण इन्हें निर्णय लेने में भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है
  4. लंबे समय तक अवसाद में रहने के कारण  यह लंबे समय तक बेचैन रहते हैं और  इस दौरान चिड़चिड़े स्वभाव के होते हैं। 
  5. अवसाद की वजह से  इन्हें भूख और नींद कम आता है
  6. बड़े बच्चों में अवसाद के कारण मृत्यु या आत्महत्या का ख्याल आ सकता है

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Bipolar Disorder symptoms in hindi

बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) का कारण

अभी तक विशेषज्ञ इस बात का कैसे पता नहीं लगा पाए हैं कि बच्चों में बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)  किस वजह से होता है। लेकिन विश्व भर में हुए अनेक प्रकार के शोध में यह पता चला है कि ऐसे बहुत से कारक है जो बच्चों में बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) के व्यक्तित्व को उभार सकते हैं।  चार मुख्य कार्य किए हैं:

  • अनुवांशिकता,  यानी कि अगर परिवार में बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)  का इतिहास रहा है तो बच्चे में भी बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)  होने की संभावना रहती है
  • प्राकृतिक,या की यूँ कह लें की जैव विविधता के कारण
  • हमारा मस्तिष्क न्यूरोट्रांसमीटर की सहायता से सुचारु रुप से कार्य करता है।  लेकिन अगर इन न्यूरोट्रांसमीटर की कार्यप्रणाली में  किसी वजह से असंतुलन पैदा हो जाए, तो भी व्यक्ति को बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) की समस्या का सामना करना पड़ सकता है
  • तनाव या अपमान की स्थिति में भी बच्चे बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) शिकार हो सकते हैं। 

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