Category: टीकाकरण (vaccination)

खसरे का टीका (वैक्सीन) - Schedule और Side Effects

By: Salan Khalkho | 4 min read

खसरे का टीका (वैक्सीन) (measles Vaccine in Hindi) - हिंदी, - खसरे का टीका - दवा, ड्रग, उसे, जानकारी, प्रयोग, फायदे, लाभ, उपयोग, दुष्प्रभाव, साइड-इफेक्ट्स, समीक्षाएं, संयोजन, पारस्परिक क्रिया, सावधानिया तथा खुराक

खसरे का टीका (वैक्सीन) (measles Vaccine in Hindi) MMR vaccine

शिशु में खसरे की बीमारी बहुत ही गंभीर और जान लेवा हो सकती है। चिंताजनक बात यह है की यह आसानी से फैलती है और छोटे बच्चे इसके आसान शिकार हैं। 

भारत सरकार के आवश्यक टीकाकरण कार्यक्रम से पूर्व हर साल भारत में बड़ी तादाद में लोगों को खसरा होता था। अब भारत में खसरे की बीमारी उतनी आम बात नहीं है। 

लेकिन फिर भी बच्चों के संधर्भ में यह बात चिंता जनक है क्यूंकि अभी भी हर साल भारत में 27 लाख बच्चे खसरे के संक्रमण के शिकार होते है। भारत में शिशु मृत्यु दर का सबसे बड़ा कारण खसरा है।

खसरा भारत में शिशु मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है Measles is the leading reason for death in children

खसरे की शुरुआत होने पर आंखों में जलन, खांसी, गले में दर्द, बुखार और त्वचा पर लाल रंग की फुंसियां दिखने लगती है. खसरे का कोई सटीक इलाज अब तक नहीं ढूंढा जा सका है लेकिन दवाओं से इन सभी लक्षणों को दूर करने की कोशिश होती है

खसरे का टीका - डोज़ (dose) - Schedule of immunization

  • 6 महीने की उम्र में

खसरा केवल संक्रामक बीमारी ही नहीं है वरन यह एक contagious बीमारी भी है जिसका मतलब है की अगर आप खसरे से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो आप को भी संक्रमण लगने का खतरा बन जाता है। खसरा बड़े ही आसानी से एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में हवा से ही फ़ैल जाता है। 

इसीलिए आवश्यक है की हर बच्चे को  टीकाकरण चार्ट - 2018 के अनुसार समय पे टीका लगवाया जाये और बच्चे को तथा देशो को खसरे की महामारी से बचाया जा सके। 

यह टीका क्योँ दिया जाता है?

खसरे का टिका जिसे MMR vaccine कहा जाता है, एक बहुत ही प्रभावी तरीका शिशु को खसरे के संक्रमण से बचाने का। MMR vaccine शिशु को केवल खसरे के संक्रमण से ही नहीं वरन दो और बीमारियोँ से भी बचाता है जो की ये हैं - रूबेला और मम्प्स। 

सावधानी (precuations)

  1. अगर आप के शिशु को बुखार है तो जब तक की आप का बच्चा पूर्ण रूप से ठीक न हो जाये उसे एम एम आर के टिका (MMR vaccine) वैक्सीन न लगवाएं। 
  2. अगर आप के शिशु को एम एम आर के टिका (MMR vaccine) के प्रति गंभीर allergic reaction हो तो उसे यह टिका न लगवाएं। 


खसरे का टीका - डोज़ (dose) - Schedule of immunization measles vaccine

दुष्प्रभाव (side effects)

एम एम आर का टिका (MMR vaccine) बेहद सुरक्षित होता है और बहुत कारगर होता है शिशु को मम्प्स, खसरा, रूबेला की बीमारियोँ से बचाने में। मगर फिर भी सभी दवाइयोँ की तरह इसके भी कुछ हलके फुल्के दुष्प्रभाव (side effects) हैं। ये दुष्प्रभाव उतने गंभीर नहीं है जितना की स्थिति तब गंभीर जो जाती है जब टीकाकरण के आभाव में जब शिशु को मम्प्स, खसरा या रूबेला हो जाये। एम एम आर के टिका (MMR vaccine) का दुष्प्रभाव (side effects):

  1. शरीर में उस जगह पे दर्द जहाँ पे टिके का shot दिया गया है
  2. त्वचा का लाल होना या सूजन का होना जिस जगह पे टिके का shot दिया गया है
  3. बुखार
  4. हल्के लाल चकत्ते
  5. जोड़ों में दर्द और जकड़न
  6. कुछ लोगों के गाल और गर्दन में सूजन हो सकता है 

बहुत दुर्लभ घटनाओं में एम एम आर के टिका (MMR vaccine) के कारण शिशु को अस्थायी low platelet count की समस्या का सामना करना पड़ सकता है - जिसकी वजह से शिशु को bleeding disorder हो सकता है। लेकिन यह बिना किसी इलाज के स्वतः ही ठीक (समाप्त) हो जाता है और कतई भी चिंता का विषय नहीं है। 

बहुत दुर्लभ घटनाओं में कुछ शिशुओं को एम एम आर के टिका (MMR vaccine) के प्रति गंभीर allergic reaction हो सकता है। अगर ऐसा हो जाये तो फिर कभी भी दोबारा शिशु को एम एम आर का टिका (MMR vaccine) न लगवाएं। 

यह टीका किन बच्चों को नहीं लगाया जाना चाहिए 

अगर आप के शिशु को एम एम आर के टिका (MMR vaccine) के प्रति गंभीर allergic reaction हो तो उसे यह टिका न लगवाएं। 

Important Note: यहाँ दी गयी जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्‍तविकता सुनिश्‍चित करने का हर सम्‍भव प्रयास किया गया है । यहाँ सभी सामग्री केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि यहाँ दिए गए किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्‍सक से अवश्‍य संपर्क करें। आपका चिकित्‍सक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्‍प नहीं है। अगर यहाँ दिए गए किसी उपाय के इस्तेमाल से आपको कोई स्वास्थ्य हानि या किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो kidhealthcenter.com की कोई भी नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती है।

बेबी-फ़ूड
बेबी-फ़ूड
शिशु-आहार
सेरेलक
भोजन-तलिका
चावल-का-पानी
सब्जियों-की-प्यूरी
सेब-बेबी-फ़ूड
बच्चों-के-लिए-खीर
सेब-पुडिंग
baby-food
बच्चों-में-भूख-बढ़ने
बच्चों-का-डाइट-प्लान
फूड-प्वाइजनिंग
अपने-बच्चे-को-कैसे-बुद्धिमान-बनायें
बच्चे-की-भूख-बढ़ाने-के-घरेलू-नुस्खे
एक-साल-तक-के-शिशु-को-क्या-खिलाए
रोते-बच्चों-को-शांत-करने-के-उपाए
शिशु-को-सुलाने-
दूध-पिने-के-बाद-बच्चा-उलटी-कर-देता-है----क्या-करें
गर्मियों-में-अपने-शिशु-को-ठंडा-व-आरामदायक-कैसे-रखें
सूजी-का-खीर
नाख़ून-कुतरने
सतरंगी-सब्जियों-के-गुण
गर्मियों-में-नवजात
दिमागी-बुखार---जापानीज-इन्सेफेलाइटिस
BCG-वैक्सीन
पोलियो-वैक्सीन
हेमोफिलस-इन्फ्लुएंजा-बी-(HIB)-
रोटावायरस

Most Read

गर्भ-में-लड़का-होने-के-लक्षण-इन-हिंदी
बच्चे-का-वजन
टीकाकरण-चार्ट-2018
शिशु-का-वजन-बढ़ाएं
बच्चों-में-यूरिन
बच्चों-को-गोरा-करने-का-तरीका-
कई-दिनों-से-जुकाम
खांसी-की-अचूक-दवा
बंद-नाक
balgam-wali-khansi-ka-desi-ilaj
sardi-jukam
सर्दी-जुकाम-की-दवा
बच्चे-की-भूख-बढ़ाने-के-घरेलू-नुस्खे

Other Articles

बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) के शिकार बच्चे - लक्षण और इलाज
क्या-बच्चे-बाइपोलर-डिसऑर्डर-(Bipolar-Disorder)- केवल बड़े ही नहीं वरन बच्चों को भी बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) के शिकार हो सकते हैं। इस मानसिक अवस्था का जितनी देरी इस इलाज होगा, शिशु को उतना ज्यादा मानसिक रूप से नुक्सान पहुंचेगा। शिशु के प्रारंभिक जीवन काल में उचित इलाज के दुवारा उसे बहुत हद तक पूर्ण रूप से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए जरुरी है की समय रहते शिशु में बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) के लक्षणों की पहचान की जा सके।
Read More...

छोटे बच्चों में अस्थमा का इलाज
छोटे-बच्चों-में-अस्थमा-का-इलाज अस्थमा होने की स्थिति में शिशु को तुरंत आराम पहुचने के घरेलु उपाय। अपने बच्चे को अस्थमा के तकलीफ से गुजरते देखना किस माँ-बाप के लिए आसान होता है? सही जानकारी के आभाव में शिशु का जान तक जा सकता है। घर पे प्रतियेक व्यक्ति को अस्थमा के प्राथमिक उपचार के बारे में पता होना चाहिए ताकि आपातकालीन स्थिति में शिशु को जीवन रक्षक दवाइयां प्रदान की जा सकें।
Read More...

बच्चों को कुपोषण से कैसे बचाएं
बच्चों-को-कुपोषण-से-कैसे-बचाएं अन्य बच्चों की तुलना में कुपोषण से ग्रसित बच्चे वजन और ऊंचाई दोनों ही स्तर पर अपनी आयु के हिसाब से कम होते हैं। स्वभाव में यह बच्चे सुस्त और चढ़े होते हैं। इनमें दिमाग का विकास ठीक से नहीं होता है, ध्यान केंद्रित करने में इन्हें समस्या आती है। यह बच्चे देर से बोलना शुरू करते हैं। कुछ बच्चों में दांत निकलने में भी काफी समय लगता है। बच्चों को कुपोषण से बचाया जा सकता है लेकिन उसके लिए जरूरी है कि शिशु के भोजन में हर प्रकार के आहार को सम्मिलित किया जाएं।
Read More...

शिशु खांसी के लिए घर उपचार
शिशु-खांसी-के-लिए-घर-उपचार शिशु की खांसी एक आम समस्या है। ठंडी और सर्दी के मौसम में हर शिशु कम से कम एक बार तो बीमार पड़ता है। इसके लिए डोक्टर के पास जाने की अव्शाकता नहीं है। शिशु खांसी के लिए घर उपचार सबसे बेहतरीन है। इसका कोई side effects नहीं है और शिशु को खांसी, सर्दी और जुकाम से रहत भी मिल जाता है।
Read More...

5 घरेलु उपाय शिशु को जुकाम से राहत दिलाने के लिए (khasi ki dawa)
khasi-ki-dawa ठण्ड के दिनों में बच्चों को बहुत आसानी से जुकाम लग जाता है। जुकाम के घरेलू उपाय से आप अपने बच्चे के jukam ka ilaj आसानी से ठीक कर सकती हैं। इसके लिए jukam ki dawa की भी जरुरत नहीं है। बच्चों के शारीर में रोग प्रतिरोधक छमता इतनी मजबूत नहीं होती है की जुकाम के संक्रमण से अपना बचाव (khud zukam ka ilaj) कर सके - लेकिन इसके लिए डोक्टर के पास जाने की आवशकता नहीं है। (zukam in english, jukam in english)
Read More...

शिशु को बुरी खांसी में दें ये खांसी की दवा
खांसी-की-दवा ठण्ड के मौसम में बच्चे कई बार बीमार पड़ते हैं। जैसे - जैसे ठण्ड बढ़ता है बच्चों को बहुत बुरी वाली खांसी का सामना भी करना पड़ जाता है। ऐसे मैं चार आसन तरीके हैं जिनकी मदद से आप अपने बच्चे को बहुत बुरी वाली खांसी में तुरंत आराम पहुंचा सकती हैं। शिशु को बहुत बुरी खांसी है तो आजमायें खांसी की दवा
Read More...

शिशु को जन्म के समय लगाये जाने वाले टीके (Vaccination)
जन्म-के-समय-टीके शिशु के जन्म के तुरन बाद ही उसे कुछ चुने हुए टीके लगा दिए जाते हैं - ताकि उसका शारीर संभावित संक्रमण के खतरों से बचा रह सके। इस लेख में आप पढेंगे की शिशु को जन्म के समय लगाये जाने वाले टीके (Vaccination) कौन कौन से हैं और वे क्योँ जरुरी हैं।
Read More...

शिशु के कान से जमी हुई मैल साफ करें इस तरह
शिशु-कान शिशु के कान में मेल का जमना आम बात है। मगर कान साफ़ करते वक्त अगर कुछ महत्वपूर्ण सावधानी नहीं बरती गयी तो इससे शिशु के कान में इन्फेक्शन हो सकता है या उसके कान के अन्दर की त्वचा पे खरोंच भी लग सकता है। जाने शिशु के कान को साफ़ करने का सही तरीका।
Read More...

नवजात बच्चे में हिचकी - कारण और निवारण
बच्चे-में-हिचकी छोटे बच्चों में और नवजात बच्चे में हिचकी आना एक आम बात है। जानिए की किन-किन वजहों से छोटे बच्चों को हिचकी आ सकती है और आप कैसे उनका सफल निवारण कर सकती हैं। नवजात बच्चे में हिचकी मुख्यता 7 कारणों से होता है। शिशु के हिचकी को ख़त्म करने के घरेलु नुस्खे।
Read More...

टॉप स्कूल जहाँ पढते हैं फ़िल्मी सितारों के बच्चे
film-star-school अगर आप यह जानना चाहते हैं की आप के चहेते फ़िल्मी सितारों के बच्चे कौन से स्कूल में पढते हैं - तो चलिए हम आप को इसकी एक झलक दिखलाते हैं| हम आप को बताएँगे की शाह रुख खान और अक्षय कुमार से लेकर अजय देवगन तक के बच्चे कौन कौन से स्कूल से पढें|
Read More...

29 शिशु आहार जो बनाने में आसान
शिशु-आहार 29 रोचक और पौष्टिक शिशु आहार बनाने की विधि जिसे आप का लाडला बड़े चाव से खायेगा। ये सारे शिशु आहार को बनाना बहुत ही आसान है, इस्तेमाल की गयी सामग्री किफायती है और तैयार शिशु आहार बच्चों के लिए बहुत पौष्टिक है। Ragi Khichdi baby food शिशु आहार
Read More...

3 महीने के बच्चे की देख भाल कैसे करें
3-महीने-का-बच्चे-की-देख-भाल-कैसे-करें चूँकि इस उम्र मे बच्चे अपने आप को पलटना सीख लेते हैं और ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं, आप को इनका ज्यादा ख्याल रखना पड़ेगा ताकि ये कहीं अपने आप को चोट न लगा लें या बिस्तर से निचे न गिर जाएँ।
Read More...

पत्तों द्वारा कलाकारी - Leaf Art
कागज-से-बनायें-पत्तों-का-collage अगर आप आपने कल्पनाओं के पंखों को थोड़ा उड़ने दें तो बहुत से रोचक कलाकारी पत्तों द्वारा की जा सकती है| शुरुआत के लिए यह रहे कुछ उदहारण, उम्मीद है इन से कुछ सहायता मिलेगी आपको|
Read More...

बड़े होते बच्चों को सिखाएं ये जरुरी बातें - Sex Education
बच्चों-को-दे-Sex-Education जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं और teenage वाली उम्र में आते हैं उनके शरीर में तेज़ी से अनेक बदलाव आते हैं। अधिकांश बच्चे अपने माँ बाप से इस बारे कुछ नहीं बोलते। आप अपने बच्चों को आत्मविश्वास में लेकर उनके शरीर में हो रहे बदलाव के बारे में उन्हें समझएं ताकि उन्हें किसी और से कुछ पूछने की आवश्यकता ही न पड़े।
Read More...

पौष्टिक दाल और सब्जी वाली बच्चों की खिचड़ी
पौष्टिक-दाल-और-सब्जी-वाली-बच्चों-की-खिचड़ी Porridge made of pulses and vegetables for children is deliciously tasty which children will love eating and is also nutritionally rich for their developing body. पौष्टिक दाल और सब्जी वाली बच्चों की खिचड़ी बच्चों को बहुत पसंद आएगी और उनके बढ़ते शरीर के लिए भी अच्छी है
Read More...

कैसे करें बच्चों के दाँतों की सुरक्षा
दाँतों-की-सुरक्षा बच्चों को दातों की सफाई था उचित देख रेख के बारे में बताना बहुत महत्वपूर्ण है। बच्चों के दातों की सफाई का उचित ख्याल नहीं रखा गया तो दातों से दुर्गन्ध, दातों की सडन या फिर मसूड़ों से सम्बंधित कई बिमारियों का सामना आप के बच्चे को करना पड़ सकता है।
Read More...

बच्चों में सर्दी और खांसी के घरेलु उपचार
बच्चों-में-सर्दी सर्दी - जुकाम और खाँसी (cold cough and sore throat) को दूर करने के लिए कुछ आसान से घरेलू उपचार (home remedy) दिये जा रहे हैं, जिसकी सहायता से आपके बच्चे को सर्दियों में काफी आराम मिलेगा।
Read More...

बच्चों में न्यूमोनिया - लक्षण, कारण, बचाव और इलाज
बच्चों-में-न्यूमोनिया न्यूमोनिया फेफड़ो पर असर करने वाला एक ऐसा संक्रमण है जिसकी वजह से फेफड़ो में सूजन होती है और उसमें एक प्रकार का गीला पन आ जाता है, जिससे श्वास नली अवरुद्ध हो जाती है और बच्चे को खाँसी आने लगती है। यह बीमारी सर्दी जुकाम का बिगड़ा हुआ रूप है जो आगे चल कर जानलेवा भी साबित हो सकती है। यह बीमारी जाड़े के मौसम में अधिकतर होती है।
Read More...

बच्चों में खाने से एलर्जी
बच्चों-में-खाने-से-एलर्जी विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 2050 तक दुनिया के लगभग आधे बच्चों को किसी न किसी प्रकार की एलर्जी होगा। जन्म के समय जिन बच्चों का भार कम होता है, उन बच्चों में इस रोग की संभावना अधिक होती है क्यों कि ये बच्चे कुपोषण के शिकार होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इसमें सबसे आम दमा, एक्जिमा, पित्ती (त्वचा पर चकत्ते) और भोजन से संबंधित हैं।
Read More...

बच्चों में अण्डे से एलर्जी
बच्चों-में-अण्डे-एलर्जी अंडे से एलर्जी होने पर बच्चों के त्वचा में सूजन आ जाना , पूरे शरीर में कहीं भी चकत्ता पड़ सकता है ,खाने के बाद तुरंत उलटी होना , पेट में दर्द और दस्त होना , पूरे शरीर में ऐंठन होना , पाचन की समस्या होना, बार-बार मिचली आना, साँस की तकलीफ होना , नाक बहना, लगातार खाँसी आना , गले में घरघराहट होना , बार- बार छीकना और तबियत अनमनी होना |
Read More...

Copyright: Kidhealthcenter.com