Category: शिशु रोग
By: Salan Khalkho | ☺4 min read
जाने की किस तरह से ह्यूमिडिफायर (Humidifier) बंद नाक और जुकाम से रहत पहुंचता है। साथ ही ह्यूमिडिफायर (Humidifier) को सही तरीके से इस्तेमाल करने के बारे में भी सीखें। छोटे बच्चों को सर्दी, जुकाम और बंद नाक से रहत पहुँचाने के लिए बाल रोग विशेषज्ञ बच्चों के कमरे में ह्यूमिडिफायर (Humidifier) के इस्तेमाल की राय देते हैं। ठण्ड के दिनों में कमरे में कई कारण से नमी का स्तर बहुत गिर जाता है। इससे शिशु को बहुत तकलीफ का सामना करना पड़ता है।
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ह्यूमिडिफायर (Humidifier) की क्या जरुरत है?
इससे जुकाम का क्या लेने-देना?
अगर आप ये सब सोच रहे हैं तो यह लेख विशेष आप के लिए ही है।
शिशु की त्वचा बहुत संवेदनशील होती है और उससे ज्यादा संवेदनशील होती है उसका श्वसन तंत्र (Respiratory System).
सर्दियों के दिनों में कई कारणों से कमरे में नमी का स्तर बहुत गिर जाता है। यानि की कमरे की वायु बहुत शुष्क हो जाती है।
कमरे की शुष्क हवा शिशु के श्वसन तंत्र (Respiratory System) पे बुरा प्रभाव डालती है। शुष्क हवा शिशु की त्वचा, नाक, और फेफड़े में जलन पैदा करती है।
छोटे बच्चे जब सर्दियों में ठण्ड के कारण बीमार पड़ते हैं - उनको सर्दी और जुकाम होता है तो वे जुकाम की आम दवाइयां नहीं ले सकते हैं।
बड़े बच्चे तो सर्दी और जुकाम की दवा खा सकते हैं मगर छोटे बच्चों का शरीर बहुत नाजुक होता है। इसीलिए बाल रोग विशेषज्ञ हमेशा इस बात की राय देते हैं की छोटे बच्चों के लिए कमरे में ह्यूमिडिफायर (Humidifier) का इस्तेमाल किया जाये। इसके प्रयोग से खांसी की दवा से बचा जा सकता है।
ह्यूमिडिफायर (Humidifier) के इस्तेमाल से कमरे में नमी का स्तर बढ़ जाता है। कमरे में नमी का स्तर बढ़ने से शिशु को साँस लेने में बहुत आराम मिलता है - साथ ही सर्दी और जुकाम के लक्षणों से भी आराम मिलता है। ह्यूमिडिफायर (Humidifier) के कोई side effects नहीं है और यह घरेलु नुस्ख जितना सुरक्षित है।
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ह्यूमिडिफायर (Humidifier) से निकली नमी बच्चे के छाती में जमा बलगम को ढीला कर शिशु को साँस लेने में आराम पहुंचता है। सर्दी और जुकाम के कारण बच्चे के छाती में कफ (mucus - बलगम) जमा हो जाता है। हवा में मजूद नमी इस कफ (mucus) को ढीला कर देती है जिस वजह से बच्चे की बंद नाक खुल जाती है, कफ (mucus) नाक के रस्ते बहार आने में सक्षम होता है। इससे शरीर को आराम मिलता है और वो सर्दी और जुकाम के संक्रमण से लड़ने में ज्यादा सक्षम हो जाता है।
एक और बात - वायु में बढ़ी हुई नमी त्वचा सम्बन्धी जटिलताओं को भी दूर करता है - जैसे की फटे ओंठ, फटी एड़ियां, गले और छाती का सूखना आदि।
वायु में नमी का स्तर जब 10% से भी कम हो जाता है तो शुष्क त्वचा के कारण, शिशु की त्वचा पे खुजली भी होती है। जो माता - पिता ठण्ड के दिनों में ह्यूमिडिफायर (Humidifier) का इस्तेमाल करते हैं, वे पाएं हैं की ह्यूमिडिफायर (Humidifier) के इस्तेमाल से उनके बच्चे ठण्ड के दिनों में ज्यादा आरामदायक नींद सोते हैं।
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ह्यूमिडिफायर (Humidifier) में जहाँ पानी रखने का स्थान बना है उसे पानी से भर दें। इसके लिए नल के साफ़ पानी का इस्तेमाल करें। पानी भरने के बाद, ह्यूमिडिफायर (Humidifier) को कमरे में ऐसे स्थान पे रखें की जहाँ से नमी पुरे कमरे में फ़ैल जाये। ह्यूमिडिफायर (Humidifier) के setting को इस तरह से निर्धारित करें की कमरे में नमी का स्तर तो बढे मगर नमी कमरे में मौजूद वस्तुओं के उप्पर जमा न हो। ह्यूमिडिफायर (Humidifier) को इस तरह रखने की नमी/वाष्प सीधा बच्चे पे ना पड़े और ना हो बच्चे के बिस्तर पे।
इस्तेमाल करने के बाद ह्यूमिडिफायर (Humidifier) को हर दिन साफ़ करके सुखाएं - ताकि यह अगले इस्तेमाल के लिए त्यार हो जाये और इसमें किसी कोई फफूंदी (mildew or mold) ना पड़े। पानी के लिए अगर आप चाहें तो बोतल का पानी भी इस्तेमाल कर सकते हैं, इससे पानी रखने वाले स्थान पे खनिज जमा नहीं होगा - और हर दिन इसे धोने में ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ेगी। बहुत प्रकार के ह्यूमिडिफायर (Humidifier) बाजार में उपलब्ध हैं। जब भी आप ह्यूमिडिफायर (Humidifier) ख़रीदे तो उसके लेबल को ध्यान से पढ़ें। लेबल पे इसे इस्तेमाल करने और साफ-सफाई का तरीका दिया रहेगा।
ठीक तरह से इस्तेमाल करने पे ह्यूमिडिफायर (Humidifier) बहुत सुरक्षित है। इसके लिए आप को कुछ सुरक्षा (safety precautions) से सम्बंधित कुछ कदम उठाने पड़ेंगे ताकि आप का शिशु सुरक्षित रहे।
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ह्यूमिडिफायर (Humidifier) के इस्तेमाल के लिए ऐसी जगह का चुनाव करें जहाँ की आप का बच्चा पहुँच ना सके। बच्चे शरारती होते हैं और उन्हें हर वास्तु खेलने की चीज़ लगती है। अगर ह्यूमिडिफायर (Humidifier) बच्चों के पहुँच में होगा तो सम्भावना है की वे उसके तार को खींचे। ह्यूमिडिफायर (Humidifier) को बच्चों के पहुँच से दूर रखने से दुर्घटना से बचा जा सकता है - नहीं तो बच्चों के जलने की सम्भावना बनी रहती है।
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नमी की मौजूदगी में केवल 48 घंटे लगते हैं नमी को फफूंदी (mildew or mold) को पनपने में। ह्यूमिडिफायर (Humidifier) की सफाई अगर हर दिन ना की जाये तो समय नहीं लगेगा उसमे फफूंदी (mildew or mold) को पनपने में। हर दिन साफ़ सफाई के बावजूद भी आप ध्यान से ह्यूमिडिफायर (Humidifier) का निरक्षण करें ताकि यह निश्चित हो सके की उसमे कोई भी फफूंदी (mildew or mold) तो नही पनप रहा है। भविषय में फफूंदी (mildew or mold) की वजह से भी बीमारी हो सकती है - इसीलिए आवश्यक है की हर संभव प्रयास किया जाये ताकि फफूंदी (mildew or mold) ना पनपे।
जब ह्यूमिडिफायर (Humidifier) का इस्तेमाल ना हो रहा हो तो इसे सुरक्षा की दृष्टि से बिजली के प्लग से निकल के अलग रखें। इससे बच्चों की पहुँच से भी दूर रखें।
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